लेखिका हुमा अंसारी, उत्तर प्रदेश के लखनऊ शहर से ताल्लुक रखती हैं। एहसासों से भरी हुई हैं ये। इनको लिखने का बेहद शौक है।
इनकी अभी तक दस किताबें प्रकाशित हो चुकी हैं, जिनके नाम हैं - एहसास ए ज़िंदगी , वालिदैन, चाहत का नज़राना,
दर्द ए दिल की सदा, इबादत , इट्स मी , जीने के अंदाज़, मरासिम , किस्से अनोखे और ये जहां और हमारा हिन्दुस्तान। इन्होने कई एंथोलॉजी में भी भाग लिया है।
ये कवियों का अध्यात्मइंटरनेशनल आन लाइन राइटिंग कम्युनिटी मेंहिंदी विभाग प्रमुख के पद पर कार्यरत हैं। कम्युनिटी की ओर से इन्हें "बेस्ट राइटर२०२१-२०२२ , ऑफ के. ए. कम्युनिटी," का अवार्ड मिला।
सन् २०२२-२०२३ में इन्हें "बेस्ट हेड ऑफ द डिपार्टमेंट अवार्ड" और "सप्ताह का सितारा स्पेशल अवार्ड" से सम्मानित किया गया।
साहित्य एवं सामाजिक कार्य में अरुणाभा वेलफेयर सोसाइटी की ओर से "वुमेन्स एलीगंस अवार्ड २०२३" से सम्मानित किया गया।
इंकलाब उर्दू के अखबार में दिये गये विषयों पर हर सप्ताह इनकी तहरीर छपतीहै।
यह ऑनलाइन लेखन प्रतियोगिता एवं ओपन माइक में भाग लेती रहती हैं औरविजेता भी बनती रहती हैं।